How To Do Shivratri Puja At Home: महाशिवरात्रि का पर्व इस साल 26 फरवरी को मनाया जा रहा है। इस त्योहार का खास महत्व इसलिए है क्योंकि मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव ने देवी पार्वती को अपनी पत्नी स्वीकार किया था। इस दिन व्रत रखने और पूजा करने का अपना विशेष महत्व है। आइए जानते हैं पूजा के बारे में सभी जरूरी जानकारी:
2025 महाशिवरात्रि पूजा मुहूर्त और शुभ समय
• महाशिवरात्रि पारायण तिथि प्रारंभ: 26 फरवरी 2025 को दोपहर 12:09 बजे
• महाशिवरात्रि पारायण तिथि समाप्त: 27 फरवरी 2025 को दोपहर 02:46 बजे
• निशीथ काल पूजा मुहूर्त: 26 फरवरी 2025, रात 12:10 से 01:00 बजे तक
चार प्रहर की पूजा का समय:
पहला प्रहर: 06:00 बजे सायं से 09:00 बजे रात तक
दूसरा प्रहर: 09:00 बजे रात से 12:00 बजे मध्यरात्रि तक
तीसरा प्रहर: 12:00 बजे मध्यरात्रि से 03:00 बजे भोर तक
चौथा प्रहर: 03:00 बजे भोर से 06:00 बजे प्रातः तक
शिवरात्रि पूजा की तैयारी: How To Do Shivratri Puja At Home
1. स्नान एवं संकल्प:
प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
व्रत का संकल्प लें और भगवान शिव की आराधना करने का मन बनाएं।
2. पूजा स्थान की तैयारी
How To Do Shivratri Puja At Home: घर या मंदिर में स्वच्छ स्थान पर भगवान शिव की मूर्ति या शिवलिंग स्थापित करें।
पूजा के लिए गंगाजल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, बेलपत्र, धतूरा, आक के फूल, चंदन, धूप, दीप, फल और मिठाई रखें।
शिवरात्रि पूजा विधि
1. गंगाजल एवं पंचामृत से अभिषेक करें
सबसे पहले शिवलिंग को गंगाजल से स्नान कराएं।
इसके बाद दूध, दही, शहद, घी और चीनी मिलाकर पंचामृत से अभिषेक करें।
पुनः गंगाजल से स्नान कराएं।
2. पूजा सामग्री अर्पण करें
शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, आक के फूल, चंदन और भस्म अर्पित करें।
दीप जलाएं और धूप दिखाकर भगवान शिव की आरती करें।
शिव मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें।
3. शिव महिमा का पाठ करें
शिव चालीसा, शिव पुराण या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें।
भगवान शिव की कथा सुनें या पढ़ें।
4. रात्रि जागरण एवं चार प्रहर की पूजा
महाशिवरात्रि की रात चार प्रहर की पूजा करने का विशेष महत्व होता है।
प्रत्येक प्रहर में शिवलिंग का अभिषेक करें और “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें।
भजन-कीर्तन करें और रात्रि जागरण करें।
5. अंत में आरती एवं प्रसाद वितरण
How To Do Shivratri Puja At Home: रात्रि में अंतिम प्रहर की पूजा के बाद शिव आरती करें।
प्रसाद वितरित करें और शिवरात्रि व्रत का पारण अगले दिन सुबह करें।
शिवरात्रि व्रत का महत्व
• इस दिन व्रत रखने से समस्त पाप नष्ट होते हैं और शिव कृपा प्राप्त होती है।
• भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-शांति आती है।
• शिवरात्रि का व्रत विवाहित और अविवाहित महिलाओं के लिए विशेष फलदायी होता है।
How To Do Shivratri Puja At Home